गांधी जयंती संदेश और शायरी हिंदी

October 1, 2022 0 Comments

आज हमारे देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का 152 वा जन्मदिन है। हर साल उनका जन्मदिन 2 अक्टूबर को हम मनाते हैं। भारत में यह गांधी जयंती के रूप में मनाया जाता है। भारत में ब्रिटिश शासन को खत्म करने में, महात्मा गांधी का बहुत बड़ा योगदान था। उन्होंने ही भारत को स्वतंत्र देश बनाया। इसी कारण हम उनका जन्मदिन अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाते हैं।

गांधी जयंती संदेश और शायरी हिंदी

उनके जन्मदिन के मौके पर, 2 अक्टूबर गांधी जयंती पर, आज मैं गांधी जयंती पर शायरी शेयर कर रही हूं। यह मेरी तरफ से और आप सब की तरफ से बापू को सम्मान है।

गांधी जयंती पर शायरी, shayari on Gandhi jayanti in Hindi, गांधी जयंती शायरी इन हिंदी 2022

गांधी जयंती पर शायरी

हमारा हृदय शत-शत नमन को झुक जाता है,

जब महात्मा गांधी का जन्म दिवस आता है।

जन-जन है जिनका बलिहारी,

कभी ना जिसने हिम्मत हारी,

थे वह सत्य अहिंसा के पुजारी,

आजादी की इच्छा की पूरी हमारी,

गांधी जयंती की शुभकामनाएं…

मन था जिनका बहुत बलवान,

शरीर में ना थी ताकत,

फिर भी अंग्रेजों के सामने ना झुकने की,

जिसने खाई थी कसम,

वह है हमारे बापू..

गांधी जयंती की आप सभी को शुभकामनाएं

गांधी जयंती पर शायरी

वह बापू था लाठी वाला,

सत्य की राह दिखाने वाला,

पुजारी था वह,

अहिंसा का पाठ पढ़ाया ,

उसने हमें ईमान का…

देश के लिए विलास को था जिस ने ठुकराया,

विदेशी धागा त्याग, खादी को अपनाया ,

उसने पहनी काठ की चप्पल,

राग सुनाया सत्याग्रह का,

वही तो महापुरुष हमारा बापू महात्मा गांधी कहलाया…

हिंदुस्तान जिसकी पहचान है ,

खादी जिसकी जान है,

कर्म है जिसकी पूजा,

नहीं भारत में उसके जैसा कोई दूजा…

सत्य अहिंसा का पाठ, जिसने था पढ़ाया,

बदला जिसने देश का हाल,

सोच थी उसकी यारों कमाल,

वही तो था हमारा बापू महान…

गांधी जयंती पर शायरी

मेहनत और सच के साथ सदा रहना,

जीवन में रखना यह याद,

बापू सब बच्चे हैं,

तेरी राह पर,

सच्चाई पर ही चलेंगे हम साथ साथ…

धरती पर जब लड़ाई बापू ने लड़ी,

ना बंदूक चलाई और ना तोप भी,

किले पर दुश्मन के ना की कभी चढ़ाई,

ऐसा था फकीर, कैसी उसने अपनी राह बनाई…

गांधी जयंती पर शायरी

ना था बापू में कोई अभिमान,

बापू हमारा सीधा साधा,

खादी की वह पहने धोती,

यही तो थी हमारी बापू की शान…

गए कई बार वह जेल,

लाठी भी उन्होंने खाई,

लक्ष्य टूटे ना उनका, न कभी साहस,

ना उन्होंने छोड़ा, आजादी का प्रयास,

भारत माता की कसम खाई,

जब तक रही, जान में जान…

देश पर कुर्बान जो हो,

वह है खुशनसीब,

दिल से करते हम उन्हें सलाम,

जो बने हैं हमारे तिरंगे की शान…

आओ शुभ दिवस पर, बापू का हम सम्मान करते।

हम सदा चलेंगे राह उनकी पर,

दिल खोलकर हम लगाएं,

बापू का जय जयकार…

तो दोस्तों, बापू के सम्मान में आपके लिए, बापू की शायरी। 2 अक्टूबर के लिए, उन्होंने अपना पूरा जीवन अपने देश के लिए निछावर किया। वह हमेशा हमारे प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *