दिवाली री शायरी, दीपावली री शायरी मारवाड़ी में 

दीपावली या दिवाली हर साल हमारे घरा में, मनाई जावे है। ई त्यौहार ने रोशनी और दीपोत्सव भी कहव जावे है।
इन दिन अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई री जीत होवे है। आज महे दिवाली हार्दिक शुभकामना, दीपावली री शायरी मारवाड़ी में थारे साथ शेयर कर रही हूं।

थे इन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों ने जरूर भेजियो।
शुभ दीपावली री शायरी मारवाड़ी में
इस दीपावली के मौके पर,
अप्पा सारा सफाई की शपथ लेवा,
म्हारे भारतवर्ष में अपना सारा,
एकता की शपथ लेवा।
दीया की रोशनी से सारा जग जगमगावे है,
सीता जी को श्री राम जी लेने आए हैं,
सारे शहर और गांव में मानो अयोध्या हो,
हर घड़ी और हर नुक्कड़ पर आओ दीप जलावां।
थारी घर के द्वार पर लक्ष्मी जी विराजे,
थारा घर सोने चांदी से भर जावे,
थारे जीवन में खुशियां अपार आवे,
दीपावली की भरी तरफ से थाने शुभकामना होवे……
इस दीपावली में म्हारी है यही कामना,
सफलता थारा कदम चूमे,
खुशियां थारे घर आ के चारों ओर रहे,
और हरदम माता लक्ष्मी की कृपा
आप सब पर बरसती रहे…
थारा मारा मन, मन से मिलता रहवे,
दीप खुशियां का जलता रहे,
दिलांशु नफरत निकालो,
सुख शांति की सुबह आई है,
दिवाली की खुशियां भरी सौगात ले आई है…
दिवाली की शायरी, दीपावली री शायरी मारवाड़ी में
हर घर में दीप जले,
हर घर में खुशियां बहे,
सबके मन में फुलझड़ियां छुटे,
सारा आपस में मिलजुल कर रहे…
दीपावली है रोशनी को त्योहार,
लावे हर चेहरे पर खुशियों की बौछार,
अपनों और अपना को साथ है प्यारो,
इस पावन अवसर पर थाने हो शुभकामना…
आई दिवाली, खिले सारे चेहरे,
हर घर पर हैं, खुशियां के पहरे,
उदासी हटाओ, मुस्कान ल्यावो,
दिया सारा जलावो..
राम जी है महारा भगवान,
ल्याय सीता माता को घरां,
हर घर होवे मंगल गान,
करो सारा मिलकर,
दिवाली गी राम-राम…
दिवाली री शायरी, दीपावली री शायरी मारवाड़ी में
बच्चा, बुड्ढा और जवान,
सब दिवाली री मनावे खुशी,
हर घर दीप जले,
छूटे पटाखा और फुलझड़ी…
आओ सारी सखी-सहेली,
मिलजुल गावां, मंगल गीत,
आओ मिलजुल, बनावाँ चावल भात,
सारे चेहरे पर आई हंसी की सौगात…