Neem oil benefits in eczema, know how to use it in Hindi

Neem oil benefits in eczema, know how to use it in Hindi, नीम के तेल से एग्जिमा (eczema) के लक्षणों में आराम मिलता है. एक्जिमा के लक्षण पैर हाथ गाल पर लाल चकत्ते सूजन ड्राई स्किन खुजली इनमें लालपन स्किन पर पपड़ी और दरारें एक्जिमा के दिक्कत में नीम का तेल वरदान से कम नहीं है. नीम के बीज का तेल एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो एग्जिमा से चलने वाली खुजली, लालपन, जलन को कम करता है.
इस तेल का नियमित प्रयोग करने से, सूजन संबंधी कई बीमारियों को रोका जा सकता है. लेकिन एग्जिमा पर नीम का तेल यूज़ करने से पहले, इसकी पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है. कई बार गलत उपचार से नुकसान भी हो सकता है.
एग्जिमा (eczema) के लिए नीम का तेल क्यों फायदेमंद है

यह तो हम जानते हैं कि नींद सदियों से हमारे लिए प्राकृतिक और आयुर्वेदिक औषधि के रूप में उपयोग किया जा रहा है। इसकी एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल हमारी बॉडी से चोट और संक्रमण को दूर करता है। नीम हमारी स्किन से जुड़ी कई तरह की बीमारी में फायदा देता है और eczema बीमारी है उसे खासतौर से यह दूर करता है।
इसमे स्किन पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं। उसमें खुजली होती है। अगर यह स्थिति गंभीर हो जाती है तो यह संक्रमण के रूप में आगे बढ़ते हैं। जो काफी कष्ट होता है। बाजार में कई तरह के क्रीम मिल जाते हैं। बहुत ही प्रभावकारी और आसानी से मिलने वाला है नीम तेल। जिसके चलते आप एक्सम से निजात पा सकते हैं।
नीम के तेल में फ्लेवोनॉयड कंपोनेंट तत्व पाया जाता है जो एक दिमाग से इनफेक्टेड हमारी स्किन को राहत देता है। इसके उपयोग करने से स्किन मुलायम हो जाती है। साथ हमारी त्वचा से संक्रमण से दूर होता है। नीम का तेल, चिड़चिड़ी त्वचा, रूखी त्वचा को शांत करने में मददगार है. इस प्रकार से सूखा एक्जिमा का इलाज करने में नीम का तेल बहुत मदद करता है.
यहां तक कि चिकित्सा की पुरानी औषधीय प्रणालियों में से एक, नीम के तेल और पत्तियां का व्यापक रूप से त्वचा रोगों के इलाज के लिए उपयोग किया जाता था.
यह न केवल इन्फेक्शन को ठीक करते हैं बल्कि त्वचा को एक बार फिर से जीवंत बनाता है.
एग्जिमा के लिए नीम के तेल के फायदे
नीम का तेल anti-inflammatory होता है. नीम का तेल सूजन को कम करने में उपयोगी होता है. एंटीहिस्टामाइन को प्रभावी ढंग से रोकता है. एंटीबैक्टीरिया करने में मदद करता है. दर्द कम करता है. स्किन को चिकना बनाने में मदद करता है.
खुजली से भी बचाता है. इस तेल का डायरेक्ट स्किन पर लगाने से, साइड इफेक्ट हो सकता है. अन्य उपयोगी चीजों के साथ मिलाकर ही उपयोग में लाएं. आइए जानते हैं-
नीम तेल कैसे काम करता है- –
एग्जिमा स्किन से जुड़ा एक विकार यानी बीमारी है. जिसमें इंफेक्शन संक्रमण के चलते हमारी स्किन त्वचा पर रैशेज और खुजली होने लगती है. यह बीमारी गंभीर होने पर स्किन से पपड़ी दर परत निकलने लगती है. उसमें घाव भी हो जाते हैं.
नीम के तेल में जलन और खुजली को शांत करने के गुण होते हैं । इसीलिए एग्जिमा से प्रभावित स्किन पर यह बहुत असर करता है। इस बीमारी के चलते कई बार स्किन पर खुजली के बाद सूजन भी आ जाती है। नीम के तेल में मौजूदा anti-inflammatory और एंटीबैक्टीरियल गुण सूजन और जलन दूर करता है।
इसके अलावा नीम में एंटीहिस्टामाइन कंपाउंड पाया जाता है जो एलर्जी को भी कम करता है। देखा जाए तो नीम का तेल एग्जिमा में बहुत अच्छी तरह से निजात दिलाता है तो चलिए जानते हैं-
क्या आप एक्जिमा से राहत पाने के लिए नीम के तेल को किस तरह प्रयोग कर सकते हैं ?
नीम तेल एलर्जीक, स्किन के लिए इलाज में बहुत हेल्प करते हैं। चलिए जानते
नीम के तेल का बाथ कैसे ले सकते हैं –
इसके लिए क्या चाहिए
- 10 बूंद नीम का तेल
- मुट्ठी भर नीम के पत्ते
- कैसे उपयोग करें
- सबसे पहले नीम के पत्तों को उबालें
- फिर से नीम के पानी को एक अलग बर्तन में ले ले
- अब इस पानी से भरी बाल्टी में नीम का पानी और नीम का तेल डालें
- अब अपने आप को कम से कम 20 मिनट के लिए पानी में भिगोए
- नहाने के बाद नीम युक्त मर्सराइज लगा ले
इन बताए गए उपायों के अलावा आप नीम और तुलसी के पत्तों को पानी में उबाल लें। तब तक उबालें, जब तक पानी की मात्रा आधी ना रह जाए। फिर उस पानी में नीम के तेल की कुछ बूंदे मिलाकर संक्रमित त्वचा पर लगा सकते हैं। आपको आराम मिलेगा।
कई त्वचा विशेषज्ञ एक्जिमा के लिए नीम के तेल को प्राकृतिक फैटी एसिड, विटामिन के रूप में करने की सलाह देते हैं। यह नमी को लॉक करने में मदद करने वाली त्वचा की एक सुरक्षात्मक बाधा को दूर करने में मदद करता है। स्किन खुजली को शांत करती है। इसका मतलब, यह वास्तविक रूप में काम करता है। गंभीर रूप से संक्रमित रही त्वचा को ठीक करने में मदद करता है।
हल्दी और नीम तेल का प्रयोग-
नीम के तेल के साथ हल्दी उपयोग में ला सकते हैं। हल्दी ऐन्टिसेप्टिक होती है, इसलिए जल्दी ठीक होने की संभावना होती है। इसके लिए नीम के तेल में थोड़ी सी हल्दी मिलाएं और संक्रमित जगह उपयोग करें। नीम के तेल सूजन दूर करता है। इसमें एक्जिमा के चलते, जलन और सूजन हो तो यह दोनों साथ मिलाकर लगाने से लाभ मिलेगा।
हमें इसमें चाहिए
- एक बड़ा चम्मच नीम पाउडर
- पत्तियों को सूरज के नीचे सुखाए फिर उसका पाउडर बना लें
- इसमे तीन चार बूंद नीम का तेल
- एक चम्मच हल्दी पाउडर
- एक चम्मच शहद
- कैसे उपयोग में लाएं
- सबसे पहले एक बाउल में सभी चीजों को मिलाकर पेस्ट बना लें
- अब इस पेस्ट को प्रभावित जगह पर लगाएं
- इसे धोने से पहले 20 मिनट तक सूखने दें
- जब तक लक्षण कम नहीं हो जाते तब तक इसका उपयोग करें
हल्दी में एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणवत्ता है जो एक्जिमा के दौरान होने वाली खुजली को दूर करता है। जबकि शहद हमारी स्किन को moisturize करता है। जिससे एक्जिमा के लक्षण को कम करने में हेल्प मिलती है
नीम और ग्रेप सीड का तेल eczema में-
ग्रेप सीड ऑयल, नीम बहुत ही पावरफुल औषधियां है। जो त्वचा की किसी भी बीमारी को कम कर सकती है, ये विटामिन ए बेटा कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट वो होते हैं जो स्क्रीन की ब्राइटनेस और खुजली को दूर करने में मदद करते हैं। इन दोनों के मिश्रण से, बने तेल को प्रभावित त्वचा पर लगा कर, रात भर के लिए छोड़ा जा सकता है।
नीम के तेल में नारियल तेल को मिलाकर इस्तेमाल –
जिस तरह बालों के लिए नारियल तेल बहुत अच्छा होता है, उसी तरह त्वचा के लिए भी यह तेल बहुत कामगार है। और जब यह नीम के तेल में मिलता है तो यह और भी ज्यादा उपयोगी साबित होता है।
इसके लिए हमें चाहिए
- एक बड़ा चम्मच नारियल तेल
- और तीन चार बूंद नीम का तेल
- उपयोग कैसे करें
- सबसे पहले नीम के तेल और नारियल तेल को मिला लें
- अब इस मिश्रण को प्रभावित त्वचा पर लगाएं
- रात भर छोड़ दे और
- अगले दिन धो ले
- जब तक सूजन में भी चली जाती तब तक इसका उपयोग कर सकते हैं
- क्यों होता है फायदेमंद
- नारियल तेल सक्रमण और सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है
- नारियल तेल एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल होता है
- यह दूसरे तेलों की तुलना में बहुत आसानी से सोख लिया जाता है
- एग्जिमा खुजली के लक्षणों को कम करने में मदद करता है.
ध्यान रखने योग्य बात –
दरअसल नीम का तेल बहुत तीखा होता है, इसे यूज करना चाहते हैं तो सीधा अपनी स्किन पर न लगाए। पहले किसी दूसरे पदार्थ के साथ मिलाकर ही प्रभावित स्थान पर लगाएं।
अस्वीकरण-
यह जानकारी, सामग्री केवल सामान्य सलाह के तौर पर दी गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय नहीं है। अधिक जानकारी के लिए या किसी भी सामग्री को सेवन करने से पहले, अपने किसी विशेषज्ञ, चिकित्सक से परामर्श जरूर ले।